किसानों के मुद्दे पर नाराज अकाली दल, केन्द्रीय मंत्री हरसिमत कौर बादल ने दिया इस्तीफा

नई दिल्ली: केन्द्र सरकार के कृषि बिल को लेकर राजनीति गर्मा गई है। कृषि बिल को लेकर नाराज चल रहे शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के अध्यक्ष और फिरोजपुर सांसद सुखबीर सिंह बादल ने लोकसभा में ऐलान किया कि केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल (Harsimrat Kaur Badal) इस्तीफा देंगी। इसके बाद देर शाम उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
सुखबीर सिंह बादल ने गुरुवार को लोकसभा में घोषणा की कि पार्टी नेता और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल केंद्र में संसद द्वारा पेश किए गए तीन कृषि बिलों के विरोध में केन्द्र सरकार से पद को छोड़ देंगी। सुखबीर सिंह बादल ने प्रस्तावित कानून पर कहा कहा यह पंजाब की सरकारों द्वारा की गई 50 साल की मेहनत को “नष्ट” कर देगा। उन्होंने खाद्यान्न उत्पादन में भारत को आत्मनिर्भर बनाने में पंजाब के बड़े पैमाने पर योगदान को याद किया। हरसिमरत मोदी सरकार में एकमात्र शिरोमणि अकाली दल प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद हैं। वह केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री थीं। पंजाब पार्टी भाजपा की सबसे पुरानी सहयोगी है।
केंद्र सरकार संसद के मौजूदा मानसून सत्र में किसानों से संबंधित कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा प्रदान करना) विधेयक, 2020, कृषक (सशक्तिकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020 लेकर आई है। आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक मंगलवार को लोकसभा से पारित हो गया। पंजाब में किसान इन विधेयकों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन (लखोवाल) के महासचिव हरिंदर सिंह ने इन बिलों को ‘कोरोना वायरस से भी बदतर’ बताया है। उन्होंने कहा कि यदि इन्हें लागू किया गया तो किसान, आढ़तिये और कृषि मजदूर बुरी तरह प्रभावित होंगे।