किसान आत्महत्या पर प्रशासन सख्त, कृषि उत्पाद बेचने वाली दुकानों पर गिरी गाज
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरों के आंकड़ें बताते है कि किसानों की आत्महत्या के मामले में प्रदेश छठें स्थान पर मौजूद है.

दुर्गः छत्तीसगढ़ के दुर्ग में सोमवार 5 अक्टूबर को एक किसान ने अपनी साढ़ें छः एकड़ की फसल खराब होने पर आत्महत्या कर ली थी. जिसे जी न्यूज ने लगातार दिखाया था, जिस पर अब राज्य सरकार ने एक्शन लिया है. दुर्ग जिले की कृषि केंद्रों में जांच के बाद दुकानों को सील करने की कार्रवाई की गई है. दरअसल, किसान ने अपने खेतों में इन्हीं दुकानों से कीटनाशक खरीदकर डाला था, लेकिन इन सबके बावजूद खेत में कीड़ें लगने से फसल खराब हो गई थी.
प्रशासन ने लिया एक्शन
दुर्ग जिले के ग्राम मंचदूर के रहने वाले किसान ने अपने साढ़ें छः एकड़ की फसल में कीड़ें लगने से बचाने के लिए कीटनाशक का प्रयोग किया था. लेकिन इन सबके बावजूद फसल पर कोई असर नहीं हुआ और किसान को हताश होकर आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा. भारत कृषि केंद्र दुर्ग, सरदार कृषि केंद्र उतई, कृषि विकास केंद्र दुर्ग नामक तीन दुकानों को सील किया गया है. ज्वाइंट डायरेक्टर और डिप्टी डायरेक्टर के नेतृत्व में कीटनाशक की दुकानों पर एक्शन लिया गया और दुकानों को तत्काल प्रभाव से सील भी किया गया.
किसान आत्महत्या में प्रदेश छठें स्थान पर
ग्राम मंचदूर का रहने वाले किसान के साढ़ें छः एकड़ की फसल बर्बाद हो जाने के बाद उसने आत्महत्या करने का कदम उठाया था. जिस पर बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि वे वोट मांगने तो आ जाते हैं, लेकिन किसानों का ख्याल रखने नहीं आते. देश में आत्महत्या के मामले प्रदेश 9वें स्थान पर है, तो वहीं किसान आत्महत्या के मामले में प्रदेश छठें स्थान पर है.