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रविशंकर प्रसाद ने की अर्नब की गिरफ्तारी की निंदा; कहा- पुलिस की शक्ति का हुआ दुरुपयोग
रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को बुधवार सुबह मुंबई पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया है। साथ ही अर्नब के साथ बदसलूकी भी की गई है। गौर करने वाली बात है कि इस दौरान पुलिस के पास किसी भी तरह का समन, दस्तावेज या अदालत के कागजात नहीं थे।
मुंबई पुलिस के एक दर्जन से अधिक अधिकारी सुबह 6:30 बजे मुंबई के परेल में अर्नब के घर पहुंचे और सभी प्रवेश और निकास मार्गों को ब्लॉक कर दिया। पुलिस ने रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के पत्रकारों को भी अर्नब के घर में प्रवेश करने से रोक दिया।
वहीं अर्नब की गिरफ्तारी की चारों ओर निंदा हो रही है। लोग जल्द से जल्द उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट करते हुए इस घटना की निंदा की है।
रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, ”वरिष्ठ पत्रकार अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी गंभीर रूप से निंदनीय, अनुचित और चिंताजनक है। हमने 1975 के आपातकाल का विरोध करते हुए प्रेस की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी थी।”
”कोई किसी की बात से सहमत-असहमत हो सकता है। बहस, सवाल कर सकता है। हालाँकि पुलिस की शक्ति का दुरुपयोग करके अर्नब गोस्वामी जैसे पत्रकार को गिरफ्तार करना, क्योंकि वो सवाल पूछ रहे थे। हम सभी इसकी निंदा करते हैं।”
सोनिया-राहुल चुप क्यों?
इसके साथ ही रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पार्टी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि, ‘सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने खुलकर नरेंद्र मोदी और संस्थानों पर हमला किया। लेकिन आज वो पूरी तरह से महाराष्ट्र की सरकार जिस तरह से प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला कर रही है उसपर चुप हैं। ऐसा क्यों?’
क्या है मामला?
वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी ने भी अर्नब की गिरफ्तारी की निंदा की है। महेश जेठमलानी ने कहा है कि, ‘अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी एक मामले में की गई जिसमें कुछ साल पहले एक क्लोजर रिपोर्ट दायर की गई थी। अगर पुलिस फिर से केस खोलती भी है तो भी गिरफ्तारी पूरी तरह गलत है। ये बदले की भावना से की गई कार्रवाई है।’